एक दिलचस्प बहस बिहार में शिक्षा कि दशा पर
“पत्रकारों से निवेदन है, अपने इलाके के कालेजों विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी पर एक सर्वे आज शिक्षक दिवस के मौके पर करें. शिक्षा मंत्री और कुलाधिपति से पूछें कि जहाँ शिक्षक ही नही वहां पढ़ाई कैसे होगी? छात्रों और उनके संगठनों से पूछें, शिक्षकों की कमी पर आंदोलित क्यों नही हुए? उनके माँ बाप से पूछें, बच्चे की पढ़ाई सुनिश्चित क्यों नही की? बस नाम लिखा कर आप वैतरणी पार हो गए? नीतीश से पूछें, शिक्षा और ज्ञान से लाखों बच्चों को वंचित करने लिये आप को कुम्भीपाक में कितने लाख साल खौलते तेल में पकाया जाना चाहिए?”